Saturday 17 December 2011

गीत जो करे भयभीत....;)

हम्म्म्म...
भद्दी सी सूरत आँखें है भैन्गीं दूर खड़ी चिलाये,
आये हाय.....
मेकप कर के आये कभी तो सब उस से डर जाए,
"Dips" नज़र से तुम देखो तो भूत नज़र वो आये.....
भद्दी सी सूरत आँखें है भैन्गीं दूर खड़ी चिलाये....!!

ह्म्म्मम्म.... 
लड़की है या बुलडोज़र है और कहा क्या जाए,
रात को मेरे खाव में आके नाखूनों से डराए,
आँख खुली तो बैठ के हम हनुमान चलिशा गाये,
बिन देखे ये हाल हुआ देखूं तो क्या हो जाए......
भद्दी सी सूरत आँखें है भैन्गीं दूर खड़ी चिलाये....!!

ह्म्म्मम्म....
सुनामी उठे सागर में जैसे ऐसे कदम बढ़ाये,
रब न जाने किस पत्थर से इसके अंग बनाए,
दुआ है काश कभी ना मेरे सामने वो आ पाए.....
भद्दी सी सूरत आँखें है भैन्गीं दूर खड़ी चिलाये....!!

इतिश्री...:;)