Friday, 26 September 2014

मस्त रहता हूँ...

कुछ भीड़ के दीवाने होते हैं,
मैं तन्हाइयों में भी मस्त रहता हूँ,

कुछ बड़े फनकार होते हैं,
मैं शहनाईओं में भी मस्त रहता हूँ,

कुछ को नींद पसंद है,
मैं अंगडाईओं में भी मस्त रहता हूँ,

कुछ को ऊंचाई पसंद है,
मैं खाइयों में भी मस्त रहता हूँ,

कुछ को वफ़ा मिलती है,
मैं बेवफाइयों में भी मस्त रहता हूँ,

कुछ को प्यार पसंद है,
मैं रुसवाइयों में भी मस्त रहता हूँ..

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