ह्म्म्मम्म्म्म....
रुंध गयीं आँखें,
याद आयीं बातें,
तेरी मेरी बातें,
ये हालातें...
तेरी भी होंगी शायद....!
रुंध गयीं आँखें,
याद आयीं बातें,
तेरी मेरी बातें,
ये हालातें...
तेरी भी होंगी शायद....!
ह्म्म्मम्म्म्म...
तस्वीर तेरी,
आँखों में मेरी
बस सी गयी है,
चाहें भी तो ना जाते...
ये हालातें...
तेरी भी होंगी शायद....!
तस्वीर तेरी,
आँखों में मेरी
बस सी गयी है,
चाहें भी तो ना जाते...
ये हालातें...
तेरी भी होंगी शायद....!
ह्म्म्मम्म्म्म...
सुनता हूँ तुझको,
बिन तेरे बोले,
आवाज़ तेरी,
लगे गीत गाते...
ये हालातें...
तेरी भी होंगी शायद....!
सुनता हूँ तुझको,
बिन तेरे बोले,
आवाज़ तेरी,
लगे गीत गाते...
ये हालातें...
तेरी भी होंगी शायद....!
ह्म्म्मम्म्म्म...
खल सी रही है,
तुझसे जुदाई,
गहरी होती खायी,
खुद ही भर जाते...
ये हालातें...
तेरी भी होंगी शायद....!
ह्म्म्मम्म्म्म...
प्यार नहीं जानू,
इश्क ना पहचानू,
तुझको अपना मानु,
फिरूं दिल में छुपाते...
ये हालातें...
तेरी भी होंगी शायद....!
प्यार नहीं जानू,
इश्क ना पहचानू,
तुझको अपना मानु,
फिरूं दिल में छुपाते...
ये हालातें...
तेरी भी होंगी शायद....!
ह्म्म्मम्म्म्म...
खुद से पूछता हूँ,
क्यूँ तुझको ढूंढता हूँ,
दिल कहना चाहे,
जुबां कह ना पाते...
ये हालातें...
तेरी भी होंगी शायद....!
खुद से पूछता हूँ,
क्यूँ तुझको ढूंढता हूँ,
दिल कहना चाहे,
जुबां कह ना पाते...
ये हालातें...
तेरी भी होंगी शायद....!
ह्म्म्मम्म्म्म...
रुंध गयीं आँखें,
याद आयीं बातें,
तेरी मेरी बातें,
ये हालातें...
तेरी भी होंगी शायद....!
रुंध गयीं आँखें,
याद आयीं बातें,
तेरी मेरी बातें,
ये हालातें...
तेरी भी होंगी शायद....!
nice
ReplyDeleteबहुत सुंदर सार्थक अभिव्यक्ति // बेहतरीन रचना //
ReplyDeleteMY RECENT POST ....काव्यान्जलि ....:ऐसे रात गुजारी हमने.....
MY RECENT POST .....फुहार....: प्रिया तुम चली आना.....
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDeleteलिंक आपका है यहीं, मगर आपको खोजना पड़ेगा!
इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार के चर्चा मंच पर भी होगी!
सूचनार्थ!
कोमल अभिव्यक्ति, अति सुंदर
ReplyDeletebahut sundar ,bar bar padhne ko dil karta hai
ReplyDeleteसुन्दर भावभीनी अभिव्यक्ति...
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